दोस्तों , मेरे लिए तो रोज ही हिंदी दिवस है . हिंदी बोलता हूँ , हिंदी सुनता हूँ , हिंदी लिखता हूँ , हिंदी पढता हूँ .. हिंदी ही के चलते , लेखन में थोडा सी जगह मिली है . मैं अहिन्दी भाषी हूँ और हिंदी में लिखता हूँ , यही मेरे लिए सबसे बड़े गर्व की बात है . और हां , एक बात और हिंदी में ही सपने देखता हूँ !
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